मेदिनीनगर (पलामू)
पुलिस अधीक्षक रिष्मा रमेशन के निर्देशानुसार जिले के दो थाना क्षेत्रों में अफीम (पोस्ता) एवं गांजा जैसी अवैध नशीली फसलों की खेती रोकने तथा किसानों को वैकल्पिक खेती के लिए प्रोत्साहित करने हेतु व्यापक जागरूकता अभियान चलाया गया।
- पिपराटांड़ थाना क्षेत्र:
पिपराटांड़थाना क्षेत्र के ग्राम गिरी में बीडीओ साहब, प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं स्थानीय मुखिया की उपस्थिति में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान किसानों को अफीम एवं गांजा की खेती न करने के लिए जागरूक किया गया। उन्हें इसके दुष्परिणामों, कानूनी प्रावधानों और वैकल्पिक खेती के अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। - पांकी थाना क्षेत्र:
पांकीथाना क्षेत्र के ग्राम हेडूम एवं गड़ीहारा में एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। इस कार्यक्रम में केकरगढ़ पंचायत के गांवों – ग़डीहारा, हेडूम एवं जशपुर के अनेक महिलाओं, पुरुषों, युवक-युवतियों के साथ-साथ पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य तथा पांकी थाना के पदाधिकारी एवं जवान उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अवैध खेती के दुष्परिणामों और इसमें संलिप्त पाए जाने पर होने वाली कानूनी कार्रवाई व दंड के प्रावधानों के बारे में बताया गया। किसानों को अफीम/पोस्ता एवं गांजा के स्थान पर चावल, गेहूं, चना, सरसों, मसूर, ज्वार, सोयाबीन, मूंगफली, अरंडी, बाजरा एवं कटहल जैसी लाभकारी फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित ग्रामीणों ने अफीम की खेती नहीं करने की शपथ ली।
पलामू पुलिस का यह प्रयास जिले में अवैध नशीली फसलों के उन्मूलन और किसानों के कल्याण के प्रति एक सकारात्मक कदम है। पुलिस प्रशासन का उद्देश्य है कि किसान वैकल्पिक खेती अपनाकर न केवल कानूनी मुसीबतों से बचे बल्कि एक समृद्ध और सुरक्षित जीवन यापन कर सकें।

