मेदिनीनगर (पलामू)
पत्रकार रंजीत कुमार की चोरी गई मोटरसाइकिल ( jHO3K9926) औरंगाबाद जिले के सिमरा थाना पुलिस ने बरामद कर कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें सौंप दिया है .पत्रकार की मोटरसाइकिल पिछले साल 26 जुलाई 20 24 को महिंद्रा आर्केट के पास से चोरी चली गई थी 26 जुलाई 20 25 को उनकी मोटरसाइकिल मिल गई. जानकारी के मुताबिक 14 जून की शाम सेमरा थाना पुलिस ने एक व्यक्ति को मोटरसाइकिल से शराब बेचते हुए पकड़ा था. बिहार में शराबबंदी है और वहां शराब बेचना या पीना अपराध माना जाता है. आरोपी कानून को नजर अंदाज करते हुए गैर कानूनी काम कर रहा था. सिमरा थाना पुलिस ने इस घर कानूनी के खिलाफ का एक्शन लेते हुए युवक को .गिरता कर कर जेल भेज दिया. छान बीन के क्रम में मोटरसाइकिल में जो नंबर लिखा था वह जमशेदपुर का था .चेचिस नंबर और इंजन नंबर के आधार पर सिमरा थाना पुलिस ने पता लगाया कि यह मेदनीनगर के रंजीत कुमार का है . सिमरा थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल इसकी जांच शुरू की. जांच के आधार पर सत्यापन होने के बाद मेदिनीनगर शहर थाना को सूचना दी गई .शहर थाना से पत्रकार रंजीत कुमार को सूचना आई कि आपकी चोरी गई मोटरसाइकिल बरामद हो गई है सिमरा थाना के आईओ मोहन पासवान का नंबर मिला मोहन पासवान से बातचीत करने पर पता चला कि यह गाड़ी आपके नाम से रजिस्टर्ड है .यदि आपके पास चोरी गई गाड़ी का सनहा या एफआईआर है तो आप लेकर के थाना में आए. सूचना के अधार पर हम औरंगाबाद (बिहार ) के सिमरा थाना में पहुंचे. जहां शहर थाना में दर्ज की गई संनहा की कॉपी उन्हें दिया. उन्होंने बताया कि आपकी गाड़ी कौ हम लोग एक व्यक्ति को शराब बेचते हुए पकड़े हैं. उसे गिरफ्तार कर हम लोग जेल भेज दिए हैं .गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर और नाम से सत्यापन हुआ यह गाड़ी रंजीत कुमार का है जो पलामू के मेदिनीनगर के रहने वाले हैं चुकी चोरी गए गाड़ी जो बरामद हुई उसे पर जो व्यक्ति चल रहा था .वह शराब का कारोबार करता था और बिहार में शराब बंद है. वह घर-घर होम डिलीवरी करता था. कानूनी प्रक्रिया के अनुसार सिमरा थाना प्रभारी प्रशांत कुमार के आदेश अनुसार औरंगाबाद न्यायालय से गाड़ी का बिल लेने का आदेश हुआ. हम प्रयासरत थे औरंगाबाद न्यायालय में हमने गाड़ी के बेल के लिए आवेदन दिया. वहां के प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी राजीव कुमार ने जांचों उपरांत हमारे मोटरसाइकिल कौ रिलीज होने का आदेश जारी किया. उनके आदेश के बाद हम सिमला थाना गए जहां से हमे चोरी गई मोटरसाइकिल प्राप्त हुई. कुछ समय जरूर लगा .कुछ परेशानियां जरूर आई, लेकिन न्यायालय पर हमें पूरा विश्वास था और न्यायालय के विश्वास के कारण ही हम 26 जुलाई 20 25 को चोरी हुई मोटरसाइकिल वापस लेकर घर आ गए. दिलचस्प बात यह है कि 26 जुलाई 20 24 को हमारी गाड़ी महिंद्रा मार्केट के पास से चोरी हुई थी संजोग कहिए या ईश्वर की कृपा कहिए की 26 जुलाई 20 25 को हम अपना मोटरसाइकिल लेकर घर आ गए हमें पलामू पुलिस और बिहार पुलिस और न्यायालय पर गर्व है। हम यह दावे के साथ कहते हैं पलामू पुलिस की सक्रियता और अन्य थानों के प्रति बढ़ते दबाव के कारण ही हमें अपनी चोरी गई मोटरसाइकिल मिली है हम पलामू पुलिस को धन्यवाद करते हैं.

