भारत की संस्कृति और यहां के मंदिरों की व्याख्या न सिर्फ भारत में… बल्कि विदेशों में भी होती है.. भारत के सबसे चर्चित मंदिरों की बात करें तो.. देवड़ी मंदिर इन में से एक है । देवरी मंदिर के बारे में सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे… झारखंड के तमाड़ में स्थित देवरी मंदिर का इतिहास लगभग 700 वर्ष पुराना है। इस मंदिर की मान्यता है कि यहां मांगी हुई हर मनोकामना जरूर पूरी होती है । देवरी मंदिर भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है… जहां 6 आदिवासी पंडित मिलकर पूजा कराते हैं… इन्हें पाहन भी कहा जाता है। आपको बता दें….. कि यहां 16 भुजाओं वाली मां काली की लगभग साढ़े 3 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। जबकि अन्य मंदिरों में इतनी भुजाओं वाली प्रतिमा नहीं होती।

आपने ज्यादातर 8 या 10 भुजाओं वाली प्रतिमा देखी होंगी इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण होते किसी ने नहीं देखा…. हालांकि.. इस मंदिर के बारे में अलग-अलग कहानियां सुनने को मिलती है….. लेकिन अगर यहां के पुजारियों की माने तो एक रात एक भक्त को माता का सपना आया और सुबह उठकर उसने जंगल में खोजना शुरू कर दिया… कड़ी मशक्कत के बाद उसे जंगल में एक मंदिर नजर आया।जोकि सीमेंट और ईंट से नहीं बल्कि पत्थर से बना हुआ था उन पत्थरों पर बेहद खूबसूरत कलाकृतियां बनी हुई थी जिसे बनते किसी ने नहीं देखा था झारखंड में मां काली के इस मंदिर का नाम हर किसी के जबान पर रहता है…. हालांकि अब यह मंदिर न सिर्फ झारखंड में बल्कि पूरे भारत में विख्यात है… क्योंकि…भारत में सनातन जनमानस अपने कल्याण के लिए अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते हैं। झारखंड के तमाड़ में स्थित देवड़ी मां में भी भक्तों की खूब आस्था है…. इसलिए लोग दूर-दूर से 16 भुजी मां देवरी के आशीर्वाद के लिए आते है।
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