मेदिनीनगर (पलामू)
भगवान श्री राम का चरित्र अनुकरणीय हैं। भगवान श्री राम ने समाज मे एक आदर्श व मर्यादा स्थापित की थी उक्त बातें झारखंड सरकार के पूर्ब मंत्री के एन त्रिपाठी ने कही।वे बुधवार को सदर प्रखंड के पोलपोल शिववेल में आयोजित दुर्गा पूजा महोत्सव में सातवें दिन बतौर अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।इसके पूर्ब त्रिपाठी को नव युवक विकास समिति के लोगो द्वारा अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि आज समाज मे विद्वेष स्थान ले लिया है।भाई भाई का नही है पिता पुत्र का नही है।लेकिन रामचरित मानस में बर्णन है कि पिता को बचन को रखने के लिए 14 बर्ष बनवास बिताया।श्री राम ने अपने भाई के लिए सिंहासन छोड़ दिया।उन्होंने कहा कि भगवान राम ने नारी का अपमान करने पर बाली व रावण का वध किया।उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम जीवन पर्यंत मर्यादा व संस्कार के साथ विनम्रता को भी नही छोड़ा।उन्होंने कहा कि रामचरित मानस हमे जीवन जीने का कला सिखाता है।हम अगर रामचित मानस को जीवन मे उतार लें तो जीवन धन्य हो जाएगा।उन्होंने कहा कि जनता के हर दुःख सुख में साथ है।उन्होंने कहा कि जाति धर्म अमीर गरीब उच्च नीच के दूरी को पाटना होगा।तभी राम राज्य आ सकता हैं।इस मौके पर बृंदावन से पधारी मानस प्रवक्ता केशव प्रिया भारद्वाज ने कहा कि राम चरित्र मानस सदग्रन्थ हैं।रामचरित मानस में मानवीय मूल्यों की ब्याख्या की गई हैं।उन्होंने भरत मिलाप,राम वन गमन की कथा का बर्णन किया।मौके पर भरदुल सिंह, विवेकानंद, उदय तिवारी,पंकज सिंह, रजनीकांत पांडेय,ध्रुव पाल, सुभाष कुमार,पपू देहाती,अविनाश कुमार,जितेंद्र कुमार,मंतोष कुमार, योगेंद्र कुमार,राम करेश चौधरी, समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।