भीषण गर्मी की दोपहरी में भटकते रहे छात्र व शिक्षक
विश्रामपुर (पलामू)
कल्याण विभाग की ओर से स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच वितरण के लिए उपलब्ध कराए गए साइकिल का वितरण बुधवार को नहीं किया जा सका। जबकि प्रखंड क्षेत्र के अलग-अलग विद्यालयों से अनुसूचित जाति व जनजाति के बच्चों को आमंत्रित किया गया था। बच्चे कंडा हाई स्कूल के प्रांगण में निर्धारित समय पर पहुंच गए थे। भीषण गर्मी दिन दोपहरी विद्यालय के शिक्षक व छात्र भटकते रहे। शिक्षक व बच्चों में आक्रोश भी देखा गया। लेकिन वे कर भी क्या सकते। बताया गया के आमंत्रित अतिथि लोगों के आगमन नहीं होने के कारण वितरण कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा। किसकी लापरवाही के कारण यह हुआ स्पष्ट नहीं हो सका। जब प्रखंड शिक्षा प्रसार प्राधिकारी के द्वारा पत्र निर्गत कर विधायक, विधायक प्रतिनिधि, सांसद, सांसद प्रतिनिधि, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया आदि को भी आमंत्रित किया गया था। लेकिन किसी का ना पहुंचना इससे स्पष्ट होता है कि सूचना उन्हें नहीं दी गई है। इसके लिए शिक्षा विभाग या कल्याण विभाग कौन जिम्मेवार हैं?
विदित हो कि कल्याण विभाग के द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्र-छात्राओं के बीच साइकिल वितरण के लिए 200 की संख्या उपलब्ध कराया गया था। साथ हीं इसकी जिम्मेवारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सौंप दी गई थी। उधर शिक्षा विभाग के द्वारा पत्र निर्गत कर सभी प्रधानाध्यापक के व्हाट्सएप पर वितरण किए जाने का सूचना उपलब्ध करा दिया गया। प्रधानाध्यापक के द्वारा तत्काल सभी बच्चों को सूचित कर बच्चों की पहचान के साथ कंडा हाई स्कूल में पहुंच गए। जो अधिकारियों की निष्क्रियता व लापरवाही के कारण बच्चों के बीच वितरण नहीं किया जा सका। ऐसे में बच्चे और शिक्षक दोनों परेशान रहे इसके लिए जिम्मेवार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ठहराया जा सकता है।