दुर्गा पूजा महोत्सव के 13 वे अधिवेशन पर कथा प्रबचन का उदघाटन

मेदिनीनगर (पलामू)

दुर्गा पूजा के अवसर पर सदर प्रखंड के शिवबेल घोरही में दुर्गा पूजा महोत्सव के 13 वे अधिवेशन के मौके पर कथा प्रबचन का उदघाटन सोमवार को रात्रि में पोलपोल के मुखिया पुष्पा देवी, शिक्षक सह समाजसेवी भरदुल कुमार सिंह, सरजा पंचायत के पूर्ब मुखिया व बर्तमान मुखिया पति आनंद कुमार ,अधिवक्ता संतोष कुमार पांडेय ,पोलपोल के पंचायत समिति सदस्य प्रभु राम,कमिटी के अध्यक्ष यादव ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। कथा का आयोजन नव युवक विकास समिति शिववेल घोरही पोलपोल के द्वारा किया गया है ।भगवत कथा का कार्यक्रम रात्रि आठ बजे से 11 बजे तक एक अक्टूबर तक चलेगा।कार्यक्रम के पहले दिन समिति के लोगो ने अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र प्रदान कर किया। वही मुख्य यजमान के रूप में पोलपोल मुखिया पुष्पा देवी ने आरती में भाग ली।इस मौके पर शिक्षक सह समाजिक कार्यकर्ता भरदुल कुमार सिंह ने कहा कि जहाँ यज्ञयादि कार्य होते हैं वहाँ देवता वास करते हैं।यज्ञ दो दिलो को जोड़ने का कार्य करता है।उन्होंने कहा कि हमे उच्च नीच जाति धर्म के भेदभाव को मिटाकर समाजहित में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्च नीच के भेदभाव को मिटाकर समानता लाना चाहिए तभी समाज अग्रसर होगा।उन्होंने कहा कि जहाँ कथा प्रबचन होता है वहा जाने से मनुष्य को सुख व शांति की अनुभूति होती हैं। उन्होंने कहा कि हमे निज धर्म पर चलना सिखाती है रामायण।इस मौके पर अधिवक्ता संतोष कुमार पांडेय ने कहा कि कई जन्म जन्मांतर का पुण्य एकत्रित होता हैं तो भगवान का कथा श्रवण करने का सुअवसर मिलता है।भगवान का कथा देवताओं को भी दुर्लभ हैं।उन्होंने कहा कि जहाँ सुमति तहा सम्पति नाना, जहाँ कुमति तहा बिपति निधाना।पंचायत समिति सदस्य प्रभु राम ने कहा कि धर्म हमे सत्य के मार्ग पर चलने का प्रेरणा देता हैं।सत्य सनातन धर्म की रक्षा करना हमसब का परम कर्तव्य हैं। पूर्ब मुखिया आनंद कुमार ने कहा कि राम चरित्र मानस जीवन जीने की कला सिखाता हैं।इस मे पारस्परिक रिस्तो का बर्णन ब्यापक तरीके से किया गया हैं।उन्होंने कहा कि दूसरों की सेवा दीन दुखियों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है।दुसरो को पीड़ा पहुचाना सबसे बड़ा पाप है।कथा कथा वाचिका मानस चातकी वैदेही सुरभि ने कहा कि हमे सनातन धर्म सत्य के मार्ग पर चलने का प्रेरणा देता है।गरीब दीन दुखियों का मदद करना ही सद्कर्म हैं। उन्होंने कहा कि सत्संग के बिना हमे सदबुद्धि नही हो सकती।और यह तभी सम्भव है जब प्रभु की कृपा होगी।उन्होंने कहा कि भगवान का नाम लेने से नालायक ब्यक्ति भी लायक बन जाता हैं ।भगवान का नाम संकीर्तन में इतना शक्ति है कि भक्त के बस में भगवान हो जाते है।उन्होंने कहा कि भगवत कथा को जीवन मे आत्मसात कर ले तो जीवन धन्य हो जाएगा।इस मौके पर ध्रुव पाल,राजनाथ सिंह, अजय सिंह, दिवाकर सिंह,नीतीश कुमार,राहुल कुमार,ओम प्रकाश, राकेश कुमार,अंकुर यादव,सौरभ यादव, राहुल पाल,सोनू पाल, विनय पाल,लालदेव विनय, सिकन्दर,,चुनु ,रौशन ,दीपक प्रसाद,समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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