मेदिनीनगर (पलामू)
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों के साथ जातीय भेदभाव किए जाने की घटना सामने आई है। कॉलेज के शिक्षक आलोक दुबे पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने छात्रों के साथ जातीय आधार पर अमर्यादित व्यवहार करते हुए न केवल उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया बल्कि अपमानित भी किया। यह घटना न केवल पीड़ित छात्रों के लिए बल्कि संपूर्ण छात्र-समाज के लिए चिंताजनक और निंदनीय है।
आजसू छात्र संगठन स्पष्ट करना चाहता है कि शिक्षा संस्थान किसी भी जाति, धर्म या वर्ग की श्रेष्ठता साबित करने का स्थान नहीं है। यह ज्ञान का मंदिर है जहाँ समानता और भाईचारे की भावना सर्वोपरि होनी चाहिए। ऐसे में यदि कोई प्राध्यापक या प्रशासनिक पदाधिकारी इस मर्यादा को तोड़ते हैं, तो यह लोकतांत्रिक और सामाजिक मूल्यों पर गहरी चोट है । आरोपित शिक्षक और अन्य संबंधित अधिकारियों पर त्वरित जाँच कर कठोर कार्रवाई की जाए।पीड़ित छात्रों को सुरक्षा और सम्मान दिया जाए तथा उनकी शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाए।
आजसू छात्र संगठन प्रशासन को चेतावनी देता है कि यदि 7 दिनों के भीतर इस मामले की निष्पक्ष जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो हम उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएँगे। यह आंदोलन केवल कॉलेज तक सीमित नहीं रहेगा आवश्यकता पड़ने पर छात्र संगठन सड़क से सदन तक संघर्ष करेगा और दोषियों को बेनकाब करेगा।
आजसू छात्र संगठन सदैव छात्रों के अधिकार और सम्मान के लिए संघर्ष करता आया है और आगे भी करता रहेगा। जातीय भेदभाव जैसी कुरीतियाँ हमारे समाज और शिक्षा व्यवस्था को खोखला कर रही हैं। ऐसे मामलों में चुप्पी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

