मेदिनीनगर (पलामू)
झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री, झारखंड आंदोलनकारी व आदिवासी के नेता रामदास सोरेन जी लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के अपोलो अस्पताल में अंतिम सांस लिए। भारत जब स्वाधीनता के सालगिरह पर खुशियों का इजहार कर रहा था तब एक भारतीय राजनेता और झारखंड सरकार के मंत्री रामदास सोरेन 15 अगस्त को दुनिया से अलविदा कह गए। झारखंड से दो योद्धाओं को एक साथ जाना सरकार और आदिवासी सोसाइटी के लिए अपूरणीय नुकसान है। जब झामुमो गर्दिश के दौर से गुजर रहा था तब रामदास सोरेन जी बड़ा सहारा बन कर उभरे थे। वे घाटशिला से विधायक ही नहीं थे आदिवासीयत के लिए छत्रछाया थे।आज 16 अगस्त को अपने संत मरियम विद्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किए। विद्यालय के बच्चों संग दो मिनट का मौन रख तस्वीर पर फूलमाला दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किए। दिवंगत रामदास सोरेन जी के जीवन पर रौशनी डाले। गुरुजी, जगरनाथ महतो सहित रामदास सोरेन जी को जाना झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। विनम्र श्रद्धांजलि।

