मेदिनीनगर (पलामू)
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बाल संरक्षण गृह में चेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चेस प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागी को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर पलामू के प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष दिवाकर पांडेय, उपायुक्त पलामू व उपाध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार समीरा एस, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश संजीव कुमार दास ,जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राकेश रंजन उपस्थित थे ।इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिवाकर पांडेय ने कहा कि बाल सुधार गृह में बच्चों को सुधारने के लिए रखा गया है। ताकि उनका दिन चर्चा में सुधार हो सके व सही ढंग से जीवन व्यतीत कर सके। उन्होंने कहा कि बाल सुधार गृह में बच्चों को पठन-पाठन की व्यवस्था की गई है ताकि बच्चे यहां से निकले तो एक सभ्य शिक्षित नागरिक की तरह जीवन व्यतीत करें ।उन्होंने कहा कि बाल सुधार गृह में नकारात्मक सोच को बदलें व सकारात्मक सोच के साथ कार्य करें।ताकि आपके अंदर के बुराई व अवगुण मिट सके। इस मौके पर उपायुक्त पलामू समीरा एस ने कहा कि डालसा के तरफ से और जिला प्रशासन की ओर से बाल सुधार गृह में रह रहे बच्चों को विशेष रूप से ध्यान रखा गया है ।उन्होंने कहा कि इनके रहन-सहन पठन पाठन व स्वास्थ पर विशेष ध्यान रखा गया है ।उन्होंने कहा कि यहां रह रहे बच्चे पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें। शिक्षा से ही समाज में बदलाव लाया जा सकता है। इस मौके पर उपस्थित न्यायिक पदाधिकारी ने भी बच्चे को जीवन शैली के बारे में जानकारी दी ।कहा कि बच्चों से अगर गलती हो गई है तो वह सुधार लाएं और यहां से निकलने के बाद बेहतर जिंदगी व्यतीत करने का प्रयास करें।

