जातिविहीन आदर्श शादी से ही समाज सशक्त होगा – अविनाश देव

मेदिनीनगर (पलामू)

पोथी न पतरा न लगन, न पूजा न पाठ जाति न पाती, बाजा न बाराती, दोनों की लग गई लगन तो ले लिए साथ फेरे। संगी साथी और पुलिस प्रशासन बतौर बाराती, सांस्थानिक शादी के गवाह बने आनंदमार्गी।शहर के चिन्हित चेहरा करुणा कारण जो पेशे से आज तक चैनल के रिपोर्टर हैं और प्रेस चलाते हैं। इन्होंने आदर्श शादी का मिशाल पेश किया लेन देन दान दहेज जाति बंधन से ऊपर एक दिवसीय चैनपुर प्रखंड के बंदुआ स्थित बैंगनवेलिया रिसोर्ट्स में स्थानीय रेड़मा निवासी मोनिका से सादे समारोह में अपने अपने परिवार और इष्ट मित्रों के मौजूदगी में शादी सम्पन्न किए। मैं भी नव दंपति को आशीर्वाद प्रदान कर सुखद व लंबी वैवाहिक जीवन की कामना किए। शादी की ढेर सारी शुभकामनाएं,मुबारकबाद।ऐसी शादी से समाज को प्रेरणा लेना चाहिए और उम्मीद है आने वाली पीढ़ी यहां से अपना पथ तय करेगा।आए दिन जातीय हिंसा,तलाक की घटना,बढ़ती दहेज के बीच दरकता परिवार और वर्तमान जो ट्रेंड डेवलप किया है नीला ड्राम,हनीमून यात्रा छद्म शादी के आड़ में आर्थिक कुदृष्टि एवं लीव इन में मौतें बढ़ रही है। यह सब सवाल का जवाब है जातिविहीन बंधनमुक्त क्षेत्रवाद से परे आदर्शवाद का बढ़ावा तभी दोनों परिवार और समाज सशक्त और मजबूत होगा।

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