मेदिनीनगर (पलामू)
केंद्रीय कारागार मेदिनीनगर के जेलर सुबोध कुमार उर्फ बबलू के माता जी के अचानक मौत पर पलामू वासी काफी मर्माहत हैं। मालूम हो कि जेलर सुबोध कुमार की माताजी कौशल्या देवी का इलाज चल रहा था। वे कुछ गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। एकाएक अचानक दूसरे सोमवारी और एकादशी के शुभ दिन पर उनका अहले सुबह निधन हो गया। कौशल्या देवी की मौत की खबर जब उनके आसपास और मेदनीनगर शहर वासियों समेत अन्य लोगों को मिली तो सभी काफी दुखी हो गए। क्योंकि कौशल्या देवी एक मृदभाषी, मिलनसार स्वभाव की महिला थी और किसी भी दीन दुखियों की सेवा में हमेशा सहयोग करती रहती थी। वे अपने पीछे अपना भरा पूरा परिवार छोड़ कर गई है। उनके परिवार के लगभग हर सदस्य किसी ने किसी महत्वपूर्ण ओहदे पर विराजमान है और झारखंड की सेवा कर रहे हैं। स्वर्गीय कौशल्या देवी की शव यात्रा पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर शहर के वेलवाटिका मुहल्ले स्थित उनके आवास से निकली, जो पप्पू कल स्थित शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। कौशल्या देवी को मुखाग्नि उनके इकलौते पुत्र जेलर सुबोध ने दिया। इस अंतिम संस्कार में काफी संख्या में उनके परिजन और मोहल्ले वासी समेत सभी धर्म के लोग शामिल हुए और सबों ने उनके मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया और अपना श्रद्धांजलि अर्पित किया और कहा कि कौशल्या देवी का जाना उनके लिए काफी पीड़ा दायक है। क्योंकि कौशल्या देवी एक ऐसी महिला थी जो अपने स्वभाव के कारण पूरे मोहल्ले वासी उनको चाहते थे और वे दुखियो और गरीबों की सेवा में बराबर आगे रहती थी।

