नई दिल्ली
रविवार (15 जून 2025) की सुबह उत्तराखंड के केदारनाथ में श्रद्धालुओं को लेकर वापस लौट रही एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इस दुर्घटना में हेलिकॉप्टर के पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में एक 23 महीना का बच्चा भी है. यह दुर्घटना सुबह के 5.20 बजे हुई है. हेलिकॉप्टर क्रैश की घटना घटना पिछले 13 माह में चौथी घटना है.
दुर्घटना में जिनकी मौत हुई है, उनमें तुष्टि सिंह, विनोद, विक्रम सिंह, राजकुमार जयसवाल, श्रद्धा जयसवाल और काशी जयसवाल शामिल थे. मृतक उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के रहने वाले थे.
उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) और डीजीसीए ने हेलिकॉप्टर सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताया है और जांच के आदेश दिए हैं.
रविवार की सुबह हुई इस दुर्घटना ने डीजीसीए को सवालों को घेरे में ला दिया है. यह दुर्घटना ऐसे वक्त में हुई है, जब देश 4 दिन पहले गुजरात में हुई एयर इंडिया फ्लाईट क्रैश में 265 लोगों की मौत के सदमे से बाहर नहीं आ पाया है.
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के केदारनाथ के पास गौरीकुंड के जंगलों में आर्यन एविएशन कंपनी का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. हेलिकॉप्टर केदारनाथ धाम से छह यात्रियों (5 व्यस्क और एक 2 साल का बच्चा) को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे में पायलट राजवीर सिंह चौहान समेत सभी सात लोगों की मौत हो गई. दुर्घटना की वजह खराब मौसम, घना कोहरा और तेज हवाओं को बताया जा रहा है. इन वजहों से हेलिकॉप्टर रास्ता भटक गया और काचुला खर्क जंगल के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में हेलिकॉप्टर पूरी तरह जल गया और मलबा बिखर गया.
पायलट राजवीर सिंह चौहान के बारे में बताया जाता है कि वह जयपुर के रहने वाले थे, भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और हाल ही में आर्यन एविएशन में पायलट के रूप में कार्यरत थे. उनकी पत्नी ने 4 महीने पहले जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था.
दुर्घटना स्थल पर घास काट रही नेपाली महिलाओं ने हादसे की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी. दुर्घटना के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.