लातेहार में नशे के खिलाफ बना सामाजिक आंदोलन, गांव-गांव में चल रही है जागरूकता मुहिम

पुलिस प्रशासन भी अभियान के तहत कर रही है कड़ी कार्रवाई, अबतक 10 की हुई गिरफ्तारी

उपायुक्त ने कहा कि अफीम व अन्य नशीले पदार्थों की खेती व भंडारण पर रखी जा रही है कड़ी निगरानी

लातेहार (झारखंड)

जिला प्रशासन द्वारा नशे के विरुद्ध चलाया जा रहा विशेष अभियान अब केवल प्रशासनिक कार्रवाई तक सीमित न रहकर एक सामाजिक आंदोलन का रूप ले चुका है। अफीम और अन्य मादक पदार्थों के खिलाफ इस मुहिम को जनता का भरपूर सहयोग मिल रहा है, जिससे यह अभियान और भी प्रभावशाली हो उठा है।
उपायुक्त श्री उत्कर्ष गुप्ता ने इस मुहिम को “जन-जन की जिम्मेदारी” बताते हुए कहा कि नशा केवल युवाओं का भविष्य ही नहीं छीनता, बल्कि सामाजिक संरचना को भी गहरे स्तर पर प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि अफीम व अन्य नशीले पदार्थों की खेती, भंडारण और अवैध कारोबार पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है तथा दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है।
प्रशासन के अनुसार पुलिस, उत्पाद एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से अब तक कई गांवों में छापेमारी की गई है, जहां संदिग्ध गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाई गई है। कार्रवाई के तहत अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है।
नशे के विरुद्ध जनजागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, पंचायत भवनों व सामुदायिक केंद्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में युवाओं को नशे के दुष्परिणामों की जानकारी दी जा रही है और उन्हें नशामुक्त जीवन अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उपायुक्त ने अभिभावकों, शिक्षकों और समाज के सभी जिम्मेदार नागरिकों से अपील की है कि वे बच्चों की गतिविधियों पर निगरानी रखें और किसी भी संदिग्ध जानकारी को तुरंत प्रशासन को सूचित करें।

Leave a Reply