लातेहार (झारखंड)
शनिवार को मुख्य सचिव अल्का तिवारी का लातेहार आगमन हुआ। मौके पर उपायुक्त के द्वारा मुख्य सचिव , वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव अबु बक्कर सिद्धिकी, जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। इस दौरान मुख्य सचिव को लातेहार परिसदन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
लातेहार परिसदन में मुख्य सचिव अल्का तिवारी की अध्यक्षता में मंडल डैम के निर्माण को लेकर आ रही समस्याओं की समीक्षा की गई। बैठक में उप निदेशक, पलामू व्याघ्र परियोजना दक्षिणी प्रमंडल ब्रजेश कांत जेना के द्वारा बताया गया कि मंडल डैम निर्माण के अंतर्गत 6 गांव डूब क्षेत्र में आते हैं। सर्वे किए गए सभी 780 परिवारों को विस्थापित करते हुए सरकार द्वारा सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं सहित अन्य सुविधाओं से भी लाभान्वित किया जाना है।
बैठक में मंडल क्षेत्र में अवस्थित ग्रामीणों का गढ़वा के रनका प्रखंड अंतर्गत विश्रामपुर गाँव में पुनर्वास किये जाने पर विस्तृत विमर्श किया गया। इस क्रम में पुनर्वासित किये जाने वाले परिवारों को भूमि एवं मुआवजा की राशि उपलब्ध कराये जाने से सम्बंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा किया गया। बैठक में पुनर्वास के लिए चयनित गाँव में मूलभूत सुविधाएं विकसित करने को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया। इस दौरान उपायुक्त गढ़वा को शिफ्टिंग में तेजी लाने हेतु निर्देशित किया गया।
इसके पश्चात मुख्य सचिव अलका तिवारी ने पलामू जिले के पोलपोल गांव पहुंचकर पलामू ब्याघ्र परियोजना से पूर्नवासित लोगों से मिली। उनसे बातचीत की और उन्हें मिली आवास एवं सुविधाओं से अवगत हुईं। साथ ही मुख्य सचिव ने लोगों को आश्वस्त किया कि सुरक्षित स्थान पर पुर्नवासित करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने पूर्नवासित लोगों को संपत्ति में दस्तावेजी अधिकार देने की बातें कही। उन्होंने आवंटित भूमि, मकान का मालिकाना हक प्रदान करने की पहल करने का निदेश दिया। मालिकाना हक प्रदान करने के लिए उन्होंने प्रावधान के अनुरूप आवंटित संपत्ति/भूमि के रजिस्टर-2 में नाम दर्ज कराने संबंधी प्रस्ताव तैयार कर राज्य को भेजने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि इसे माडल ग्राम के रूप में विकसित करने में राज्य से सहयोग प्रदान किया जायेगा।
उन्होंने सभी परिवारों का आधार कार्ड बनवाने एवं बने आधार कार्ड में पत्ता बदलवाने तथा सभी पूर्नवासित परिवारों को कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, सिंचाई विभाग आदि विभिन्न विभागों की योजनाओं से अच्छादित करने का निदेश दिया। साथ ही बच्चों को स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र से जोड़कर शिक्षा ग्रहण कराने का निदेश दिया।
विदित हो कि ब्याघ्र परियोजना के कोर क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों को जीवन परिवर्तित करने, वन्य जीवों से सुरक्षा प्रदान करने एवं सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के साथ-साथ बिजली, पानी की सुविधा एवं पक्का मकान का सपना साकार करने को लेकर पलामू ब्याघ्र परियोजना के कोर क्षेत्रों से वन विभाग के पूर्नवास योजना के तहत सुरक्षित स्थान पोलपोल में बसाया जा रहा है। इसके तहत वन विभाग के कोर क्षेत्र गारू प्रखंड के कुजरूम से 57 एवं जयगीर से 22 परिवारों को बसाया जा रहा है। इसमें जयगीर से 22 एवं कुजरूम से 35 परिवार बसाये जा चुके हैं। इससे ग्रामीणों को फायदा हो रहा है। ग्रामीणों को प्रति लाभुक बड़ी नगद राशि भी प्रदान की जा रही है।
इसके पश्चात मुख्य सचिव के द्वारा उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना (मंडल डैम) के निर्माण कार्य का अवलोकन लिया गया।
इस दौरान वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव अबु बक्कर सिद्धिकी, जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार, उपायुक्त लातेहार उत्कर्ष गुप्ता, गढ़वा उपायुक्त शेखर जमुआर, पलामू उपायुक्त शशि रंजन, पुलिस अधीक्षक लातेहार कुमार गौरव, पुलिस अधीक्षक, पलामू रीष्मा रमेशन, पुलिस अधीक्षक गढ़वा दीपक कुमार पांडेय, जिला उप निदेशक पलामू व्याघ्र परियोजना, उतरी प्रमंडल, कोर एरिया, कुमार आशीष, उप निदेशक, पलामू व्याघ्र परियोजना दक्षिणी प्रमंडल , मेदिनीनगर ब्रजेश कांत जेना, डीएफओ लातेहार, आईटीडीए निदेशक लातेहार, अनुमंडल पदाधिकारी लातेहार, जिला स्तरीय, अनुमंडल, प्रखंड-अंचल स्तरीय व वन विभाग एवं पलामू ब्याघ्र परियोजना के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।