रांची (झारखंड)
झारखंड में पुलिस के बढ़ते दबाव के बाद भाकपा माओवादियों ने शांति वार्ता की अपील की है. झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अब अपने आखिरी चरण में पहुंच चुकी है और पुलिस का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है.
इस बीच नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने बयान जारी किया है. जारी बयान में कहा है कि अगर सरकार नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियानों को रोक देती है, तो वे बिना शर्त शांति वार्ता के लिए तैयार हैं.
प्रवक्ता अभय ने सरकार के सामने कुछ मांगें भी रखी हैं. पहला – झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र (गढ़चिरौली), ओडिशा, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में ऑपरेशन के नाम पर हत्याएं और नरसंहार बंद किये जायें. दूसरा – नये सशस्त्र बलों के कैंप की स्थापना रोकी जाये.
अगर सरकार इन प्रस्तावों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देती है, तो नक्सली तुरंत युद्धविराम की घोषणा कर देंगे. माओवादियों का यह प्रस्ताव पिछले कई वर्षों में इस तरह का पहला प्रस्ताव है.