उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति की बैठक
मेदिनीनगर (पलामू)
उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित कार्यालय वेश्म में जिला पर्यावरण समिति की बैठक हुई। इसमें मुख्य रूप से वन प्रमंडल पदाधिकारी-सह- जिला पर्यावरण समिति के सदस्य सचिव सत्यम कुमार, नगर आयुक्त जावेद हुसैन उपस्थित थे। बैठक में वेस्ट मैनेजमेंट प्लान के तहत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लान, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट प्लान, सीडी वेस्ट मैनेजमेंट प्लान, बॉयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट प्लान, हजारदौस वेस्ट मैनेजमेंट, ई-वेस्ट मैनेजमेंट प्लान, वाटर क्वालिटी मैनेजमेंट, घरेलू सीवेज प्रबंधन, इंडस्ट्रीयल वेस्ट वाटर मैनेजमेंट, एयर क्वालिटी मैजमेंट, माइनिंग एक्टिविटी, ध्वनि प्रदूषण प्रबंधन प्लान आदि पर विचार-विमर्श हुआ। उपायुक्त ने पर्यावरण संरक्षण, संवर्द्धन तथा प्रदूषण की रोकथाम की दिशा में बेहतर कदम उठाने का निदेश दिया। उन्होंने जमीन चिन्हित कर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की कार्रवाई करने का निदेश दिया। नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि मंगरदाहा एवं पोखराहा में जमीन चिन्हित किया गया है। इसके लिए अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है। नगर पंचायत एवं नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि उनके स्तर से विभागीय समन्वय कर डीपीआर तैयार कर भूमि चिन्हित करने की कार्रवाई की जा रही है। उपायुक्त ने इसपर सक्रियता से कार्य करने का निदेश दिया। वहीं मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का कार्य हो रहा है। उपायुक्त ने अन्य जगहों पर इस कार्य को शुरू कराने का निदेश संबंधित पदाधिकारियों को दिया।
उपायुक्त ने वायामेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर चल रहे कार्यो की सतत निगरानी हेतु निगरानी कमेटी एवं अवैध माइनिंग की गतिविधि की रोकथाम के लिए माइनिंग गतिविधि मैजमेंट प्लान बनाने का निदेश दिया। उन्होंने अवैध माइनिंग की गतिविधियों की रोकथाम हेतु अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में अनुमंडल स्तर पर कमेटी गठित करने का निदेश दिया। इस कमेटी में संबंधित क्षेत्रों के वन क्षेत्र पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी रहेंगे। कमेटी अवैध माइनिंग के संभावित क्षेत्रों में प्रतिमाह कम- से- कम अलग-अलग चार दिन औचक निरीक्षण कर अवैध माइनिंग की गतिविधियों को रोकने और इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने का कार्य करेगा।
वाटर क्वालिटी मैजमेंट प्लान की चर्चा करते हुए ग्रिन जोन स्थापित करने का निदेश दिया गया, ताकि मूर्ति एवं अन्य पूजन सामग्री को ग्रिन जोन में ही प्रवाहित किया जा सके। वहीं एयर क्वालिटी इंडेक्स बोर्ड लगाने तथा बैटरी आदि ई-वेस्ट मैजमेंट के लिए दिन निर्धारित कर ई-वेस्ट संग्रह करने का निर्णय लिया गया। इससे ई-वेस्ट के निपटान में सुविधा होगी। वाटर क्वालिटी मैनेजमेंट प्लान पर चर्चा करते हुए तालाब एवं नदी में गंदे पानी जाने से रोकने को लेकर तैयारी करने का निर्णय लिया गया। इन सबों के लिए जनता को जागरूक करने पर बल दिया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के दिशा में सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने का निदेश दिया गया।
बैठक में उक्त पदाधिकारी के अलावा भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारी नवनीत वीआर, उप विकास आयुक्त शब्बीर अहमद, सिविल सर्जन डॉ. अनिल सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, खनन पदाधिकारी, नगर पंचायत एवं नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।