- विद्यालय का कहीं अन्यत्र नहीं किया गया स्थानांतरण तो कभी भी हो सकती है बड़ी
विश्रामपुर (पलामू)
एनएच 39 फोरलेन सड़क निर्माण कार्य को ले भू-अर्जन के द्वारा सड़क के दोनों और जमीन का अधिग्रहण किया गया है। जिसमें खेती युक्त जमीन के साथ-साथ स्थानीय लोगों का घर, सरकारी विद्यालय, सरकारी कार्यालय भी शामिल हो रहे हैं। जिसे तोड़ने को लेकर भू-अर्जन कार्यालय के द्वारा नोटिस भी निर्गत किया जा रहा है। साथ ही सरकारी प्रक्रिया के तहत कागजी प्रक्रिया पूरी कर राशि संबंधित लोगों की खाते में स्थानांतरित भी की जा रही है।
फोरलेन निर्माण में लगभग 50 वर्ष पुराना बसना मध्य विद्यालय का पूरा भवन आ गया है। सड़क के किनारे विद्यालय वर्तमान समय संचालित हो रहा है। जहां वर्ग एक से आठ तक के छात्र-छात्राएं पठन-पाठन कार्य करती हैं। प्रशासन के द्वारा विद्यालय अन्यत्र स्थानांतरित करने को लेकर किसी भी तरह की कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं की जा रही है। विद्यालय का भवन का छत सड़क से भी नीचे हो गया है। जो निर्माणाधीन सड़क से सटा हुआ है। जिसके कारण हर समय किसी दुर्घटना व अनहोनी को लेकर डर बना रहता है। सड़क मार्ग से प्रत्येक दिन सैकड़ो गाड़ियों का परिचालन होता है। तेज रफ्तार से दौड़ने वाली गाड़ी कहीं दौड़ते हुए असंतुलित होकर विद्यालय भवन के छत पर न चली जाए। निर्माण विभाग की ओर से भवनों का चिह्नांकन कर दिया है। बसना में स्थापित कई दशक पुराना स्कूल भवन सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रहे हैं। यातायात प्रवाह को आसान बनाने के ले एनएच 39 फोरलेन सड़क के चौड़ीकरण का कार्य इन दिनों तेजी से चल रहा है। पलामू जिला के भोगू-शंखा तक सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है। सड़क के चौड़ीकरण के साथ बीच में डिवाइडर, फुटपाथ व नाली का भी निर्माण कार्य किया जाएगा।
विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि घटना दुर्घटना और किसी अनहोनी को लेकर उनके द्वारा सड़क से थोड़ी दूर अवस्थित तीन कमरों में पूरे वर्ग के छात्र-छात्राओं को रखकर शैक्षणिक कार्य किया जा रहा है। सड़क निर्माण को ले अधिग्रहण में विद्यालय भवन शामिल होने की सूचना अपने विभागीय पदाधिकारी को दे दी गई है। साथ ही कहीं अन्यत्र विद्यालय स्थानांतरित किए जाने की अपील किया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। सड़क पर उड़ते धूल बच्चों की स्वास्थ्य भी प्रभावित कर रहे हैं।
बाक्स: 12वीं तक पठन-पाठन के लिए विद्यालय को कर दिया गया है उत्क्रमण
बसना मध्य विद्यालय का उत्क्रमण करते हुए पहले दसवीं फिर 12 वीं तक पठन-पाठन के लिए कर दिया गया है। साथ हीं उच्च विद्यालय के संचालन व शैक्षणिक कार्य को लेकर एक विशाल भवन का भी निर्माण कार्य कराया गया है। जहां वर्ग 9 से ऊपर के छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन कार्य होता है। विद्यालय भवन तोड़े जाने के बाद वर्ग 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। सड़क निर्माण के क्रम में कभी भी विद्यालय भवन को तोड़ा जा सकता है। लेकिन प्रशासन के द्वारा इसके पूर्व अन्यत्र कहीं भी भवन निर्माण कार्य के प्रति गंभीरता नहीं देखी जा रही। अगर यही स्थिति बनी रही तो सड़क दुर्घटना के साथ-साथ बच्चों के शैक्षणिक कार्य भी प्रभावित होंगे।