पांच मॉड्यूलर ओटी का निर्माण,आईसीयू बेड सहित अन्य सुविधाओं को बहाल करने के निर्देश
मेदिनीनगर (पलामू)
स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने गुरुवार को पोखराहा स्थित मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने कॉलेज परिसर में बन रहे अस्पताल के निर्माणधीन बिल्डिंग का अवलोकन किया।इस दौरान निर्माण कार्य करा रहे कंपनी के प्रतिनिधियों को अगस्त माह तक पूरी बिल्डिंग के निर्माण कार्य को पूर्ण करने की बात कही।उन्होंने कहा कि अगस्त माह के बाद कंपनी पर प्रत्येक महीने 2 प्रतिशत की पेनाल्टी लगायी जायेगी।इसके अलावे उन्होंने उपायुक्त शशि रंजन को नये अप्प्रोच रोड बनाने की योजना पर कार्य करने की बात कही।उन्होंने कहा कि ऐसा पहुंच पथ बनायें जिससे कॉलेज का भवन पूर्ण रूप से नज़र आये।उन्होंने फोर लेन से भी कॉलेज को कनेक्ट करने की दिशा में कार्य योजना बनाने पर बल दिया।
एसीएस ने एमएमसीएच का भी किया निरीक्षण,सभी ओपीडी को जीएनएम कॉलेज के बिल्डिंग में शिफ्ट करने के निर्देश
एसीएस हेल्थ सिंह ने पोखराहा के बाद एमएमसीएच का भी निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने सभी ओपीडी को जीएनएम कॉलेज के बिल्डिंग में शिफ्ट करने के निर्देश दिये साथ ही उसी भवन में सेंट्रल पैथोलॉजी सेटअप करने की भी बात कही ताकि एक ही भवन में इलाज के साथ सभी प्रकार के जांच में भी सहूलियत हो सके।वहीं मेडिसीन वाले ओपीडी एरिया को पूर्ण रूप से इमरजेंसी वार्ड में तब्दील करने के भी निर्देश दिये।यहीं पर दस से 15 बेड का आईसीयू बनाने की बात कही।
सुपर स्पेशलिटी के सभी विंग खोलने के निर्देश,पलामू से मरीज रेफर न किये जायें,इसे सुनिश्चित करने के निर्देश
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कॉर्डियो सर्जरी,किडनी,ऑनकों सहित सुपर स्पेशलिटी के सभी विंग के तहत इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि अभी वैकल्पिक तौर पर अभी सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।जब पोखराहा में 500 बेड का हॉस्पिटल निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा तो सदर हॉस्पिटल में 350 बेड का हॉस्पिटल जो संचालित है उसको भी मेडिकल कॉलेज द्वारा ही नियंत्रित किया जाएगा।इस तरह कुल 850 बेड में से 200 बेड को सुपर स्पेशलिटी के तहत संचालित किया जायेगा।उन्होंने कहा कि जब मेडिकल कॉलेज पूरी तरह से फंक्शनल हो जायेगा तो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मरीज को पलामू से रेफर ना किया जाये।
इमरजेंसी के उपर पांच मॉड्यूलर ओटी बनाने के भी निर्देश
निरीक्षण के दौरान उन्होंने इमरजेंसी के उपर पांच मॉड्यूलर ओटी बनाने की भी बात कही।उन्होंने कहा कि तीन मॉड्यूलर ओटी के निर्माण का आवंटन सुपरिंटेंडेंट को दे दिया गया है शेष दो का भी उपलब्ध करवा दिया जाएगा।फर्स्ट फ्लोर पर पांच ओटी संचालित करने की बात कही।
एमएमसीएच के विभिन्न वार्डों का भी किया गया अवलोकन
एमएमसीएच का निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव सिंह मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य यूनिट पहुंचे,यहां उन्होंने पर्ची कटवाने से लेकर सर्जरी तक की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया।उन्होंने हेल्थ इन्फॉर्मेशन कियोस्क के जरिये डिजिटल पर्ची कटवाने पर बल दिया।उन्होंने सिविल सर्जन से इस यूनिट में तैनात डॉ से लेकर सफाईकर्मी तक कि जानकरी ली।इस दौरान वे मैटरनिटी वार्ड,चाइल्ड ओपीडी,टीकाकरण केंद्र,वेटिंग एरिया,प्रसुति ऑपरेशन कक्ष,पोस्ट ऑपरेशन वार्ड सहित अन्य वार्डों में मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का अवलोकन किया।इसी तरह उन्होंने जीएनएम नरसिंग बिल्डिंग,नेत्र रोग ओपीडी,हड्डी रोग विभाग,सहित अन्य विभागों का भी निरीक्षण किया।
इनकी रही मौजूदगी
इस पूरे निरीक्षण में पलामू प्रमंडल के आयुक्त बाल किशुन मुंडा, उपायुक्त शशि रंजन,मेदिनीनगर नगर आयुक्त जावेद हुसैन,स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ललित मोहन शुक्ला,सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल,डायरेक्टर इन चीफ डॉ सी.के शाही,उप निदेशक हेल्थ डॉ बिनोद कुमार,मेडिकल एजुकेशन के निदेशक एसके सिंह,रिम्स के विभिन्न विभागों के वरीय चिकित्सक समेत एमएमसीएच के सभी विभाग अध्यक्ष उपस्थित थे।