मेदिनीनगर (पलामू)
पतंजलि योग समित पलामू द्वारा योग सभा सह सम्मान समारोह का आयोजन स्थानीय आर्य समाज मंदिर में किया गया जहां बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। दीप प्रज्वलन कर सामूहिक रूप से कार्यक्रम की शुरुआत किए और राज्य प्रभारी अंगवस्त्र पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किए। जिले भर से आए प्रभारी स्तर के भाई बहनों को संबोधित करते हमने कहा- जब प्राचीन भारत में मेडिकल साइंस नहीं था तब विशाल भारतवर्ष जम्बूद्वीप में यही आयुर्वेद योग वैदिक शिक्षा प्राकृतिक चिकित्सा नागरिकों निरोग करता था जान बचाता था। चरक सुश्रुत धनवंतरी पतंजलि रिसर्चर स्कॉलर थे। प्राचीन भारत के खोई विरासत को आज बाबा रामदेव एक बार फिर अधिष्ठापित किए। इनके योग को दुनिया माना यू एन माना यही वजह है आज हम 21 जून को योग दिवस मनाते हैं। वैदिक शिक्षा को पुनर्स्थापित करने के लिए आज भारत सरकार से बाबा रामदेव अपना भारतीय शिक्षा बोर्ड का अनुज्ञप्ति लिए। बाबा रामदेव आज वह तमाम कार्यों में लगे हैं जिससे हमारा देश भारत पुनः विश्वगुरु बने। पतंजलि योग समिति भारत स्वाभिमान से जुड़े एक एक कार्यकर्ता मिशन मोड में लगे हैं। अपने संत मरियम विद्यालय के बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देने में रात दिन लगे हैं यही बच्चे भारत के भविष्य हैं यही कल भारत के तकदीर और बदलेंगे।हमारी हर कोशिश है योग को आधार बना भारत को विश्वगुरु बनाने में इन्हीं बच्चों को आगे की पंक्ति में खड़ा करें। बाबा रामदेव से आग्रह होगा नीलांबर पीतांबर की धरती, राजा मेदिनी राय के कर्मभूमि पर एक बार अपना चरणकमल को रखें। यहां स्वामी अग्निवेश कैलाश सत्यार्थी महाश्वेता देवी नेहरू बाजपेई से लेकर देश के नामचीन हस्ती अपना उपस्थिति दर्ज कराए आप भी पलामू के धरती धारा पर पधारें। धन्यवाद!