सतबरवा (पलामू)
जमीन विवाद में घायल पार शिक्षक अर्जुन मेहता की मौत ईलाज के दौरान गुरुवार की रात में हो गई। उनका इलाज रांची रिम्स में कराया जा रहा था। शुक्रवार को शव मंगर बांध रांकी खुर्द गांव पहुंचा,शव पहुंचते ही पूरा गांव गमगीन हो गया। शव का दाह संस्कार रांकी कला के औरंगा नदी के तट पर कर दिया गया। पुत्र चंद्र गुप्त मोर्य उर्फ गुलशन ने पिता को मुखाग्नि दी। मृतक के दो पुत्री,एक पुत्र है, दोनों पुत्री का विवाह हो गया है।
बताते चलें कि दो अक्टूबर को मृतक अर्जुन मेहता 55 वर्ष व उसकी पत्नी चमेली देवी अपने खेत में जोत कोड़ कर रहे थे।इसी बीच दस, पंद्रह की संख्या में लोग आकर धारदार हथियार से मार कर बूरी तरह से घायल कर दिया। घायल अवस्था में तुंबागडा नव जीवन अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए मरीज को रेफर कर दिया। मरीज को मेदिनीनगर के नरायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सर का ऑपरेशन किया गया,10 दिनों के बाद यहां से मरीज के परिजनों ने रांची रिम्स में ले जाकर भर्ती किया , जहां ईलाज के दौरान गुरुवार की रात मौत हो गई।
जमीन विवाद में हुई मारपीट के तीन आरोपी
विनोद उरांव पिता चैतू उरांव, रविंद्र उरांव पिता विनोद उरांव,पुनिता देवी पति संतोष उरांव सभी ग्राम सलैया को सतबरवा पुलिस ने गिरफ्तार कर चार अक्टूबर को जेल भेज दिया है।
पारा शिक्षक की मौत पर संघ के सतबरवा प्रखंड अध्यक्ष ललन साहू, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष बिनोद चौधरी, शिक्षक गोविंद प्रसाद,विजय प्रसाद, मो0 कैशर,संजय यादव समेत दर्जनों लोगों ने शोक व्यक्त किया है।

