मेदिनीनगर (पलामू)
झालसा के दिशा निर्देश व जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में गांधी जयंती के अवसर पर बुधवार को केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।इसकी अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अर्पित श्रीवास्तव ने की । संचालन लीगल एड डिफेंस काउंसिल के डिप्टी चीफ संतोष कुमार पांडेय ने किया। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अर्पित श्रीवास्तव ने काराबंदियों से कार्यक्रम का उद्घाटन द्वीप प्रज्वलित कर कराया ।मौके पर अर्पित श्रीवास्तव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के चीफ अमिताभ चन्द सिंह, डिप्टी चीफ संतोष कुमार पांडेय, जेलर प्रमोद कुमार, लीगल एड डिफेंस काउंसिल के असिस्टेंट वीर विक्रम वक्स राय, पुष्कर राज ,उत्तम कुमार, पीएलभी नीरज कुमार आदि लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अर्पित श्रीवास्तव ने बन्दियों को कानून में प्रदत मौलिक अधिकारों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी ।इस मौके पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के चीफ अमिताभ चन्द सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रत्येक व्यक्ति को विधि के समक्ष समानता का अधिकार दिया गया है ।तथा यह व्यवस्था की गई है कि न्याय सबको सुलभ हो ।उन्होंने कहा की विधिक सेवा प्राधिकार का मुख्य लक्ष्य न्याय सबके लिए सुलभ करना है। इसमें किसी भी तरह का विभेद वर्जित है ।इसी अवधारणा को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में गांव-गांव घर-घर जाकर जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है। इसमें लोगों में कानून के प्रति जागरूकता आई है ।मौके पर डिप्टी चीफ संतोष कुमार पांडेय ने कहा कि न्याय सबके लिए एक समान है। त्वरित और सुलभ न्याय गरीब को मिले इसके लिए डालसा काम कर रहा है। बन्दियों को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जेल आत्म चिंतन का केंद्र है। अगर आपसे जाने अनजाने कोई गलती हो गया है तो आप यहां चिंतन करें। और जब जेल से बाहर निकले एक सभ्य नागरिक के तरह जीवन ब्यतित करें व समाज के नवनिर्माण में अपनी भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के ने बुरा देखने बुरा सुनने व बुरा बोलने से मना किया था।अगर ब्यक्ति उनके बिचार को आत्मसात कर ले तो जेल आने की जरूरत ही कभी नही पड़ेगी।महात्मा गांधी का सोच समाज के अंतिम ब्यक्ति तक न्याय को सुलभ पहुचाने का था जिसके लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी में लोगो के आर्थिक स्थिति को सुधारने,, महिला सशक्तिकरण आदि समाज हित और देश हित से जुड़े अन्य कार्य किए गए ।इस मौके पर असिस्टेंट वीर विक्रम वक्स राय ने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा 1920 में असहयोग आंदोलन,, 1930 में दांडी मार्च या नमक सत्याग्रह, 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन आदि आंदोलन चलाए गए। उन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने को प्रेरित किया ।मौके पर असिस्टेंट पुष्कर राज ने भी कैदियों का मिलने वाली विधिक सहायता व सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। साथ ही लीगल एड डिफेंस काउंसिल के कार्य प्रणाली के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। इस मौके पर उत्तम कुमार ,पीएलबी नीरज कुमार समेत दर्जनों कारा बन्दी उपस्थित थे।