आहर का बांध काटे जाने को ले अंचल कार्यालय को दो माह पूर्व दिए आवेदन पर भी नहीं हुई कार्रवाई

मेदिनीनगर सदर अनुमंडल कार्यालय से भी जांच व कार्रवाई को ले 3 सितंबर को भेजा गया है पत्र

नावाबाजार (पलामू )

जल संचयन को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। गांव में आहार पोखर तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। इतना हीं नहीं जल संचयन व बरसाती पानी रोकने को लेकर कई तरकीब अपनाए जा रहे हैं। वहीं नावाबाजार के ब्रहमोरिया गांव निवासी श्याम नारायण पांडेय के द्वारा गांव के लगभग 100 वर्ष से अधिक पुराना चकला आहर का बांध को जेसीबी से काट कर समतल कर दिया गया। जिसके कारण बरसाती पानी का आहर में संचय नहीं हो पाया। आहार के नीचे पानी नहीं मिलने के कारण खेत परती रह गए धन रोपनी का कार्य नहीं हो सका। इस बावत पीड़ित किसान सच्चिता नंद पांडेय, हिरा नंद पांडेय, शिव पांडेय गोविंद पांडेय, योगेंद्र पांडेय आदि के द्वारा संयुक्त रूप से 26 जुलाई को नावाबाजार अंचल कार्यालय में लिखित शिकायत की थी। लगभग दो माह बीतने के बाद भी अंचल कार्यालय के द्वारा न तो स्थलीय निरीक्षण किया गया और न हीं जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई। इतना ही नहीं मेदिनी नगर सदर एसडीओ कार्यालय के दिनांक 3 सितंबर पत्रांक 155 से भी अंचल कार्यालय को पत्र भेज गया है। साथ हीं निर्देशित किया गया है कि जांच करते हुए नियमानुसार समुचित कार्रवाई करें। बावजूद अंचल कार्यालय की द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। बांध काटकर समतल किए गए जमीन को भी बेच दिया गया है। इस संबंध में जानकारी को लेकर राजस्व कर्मचारी व अंचल निरीक्षक को फोन लगाए जाने पर वह रिसीव नहीं करते।
किसान सच्चिता नंद पांडेय व अन्य लोगों बताया कि बांध की लंबाई लगभग 300 फिट होती है। जिसका अधिकसंख्य जमीन आहार व आहार के नीचे का जमीन इन्हीं किसानों का है। श्याम नारायण पांडेय का आहार के मध्य केवल चार डिसमिल भूखंड था, जो सड़क फोरलेन निर्माण कार्य में अधिग्रहण कर लिया गया है।‌ बावजूद दबंगई दिखाते हुए जेसीबी मशीन लगाकर लगभग 40 फीट बांध को काट दिया गया। जिसके कारण आहार में पानी का ठहराव नहीं हो पाया। किसानों ने बताया कि चकला आहर मरम्मती कार्य में फूड फॉर वर्क और विधायक कोटे की राशि भी खर्च की गई हैं। सर्वे ऑफिस में चकला आहर का कागजात भी उपलब्ध हैं। किसानों ने कहा कि अगर प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए बांध का निर्माण नहीं करवाया गया तो न्यायालय का दरवाजा खटखटा आएंगे। बांध वहां सिंचाई का महत्वपूर्ण साधन है जिसे प्रभावित कर दिया गया है।

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