10 साल से तहसील भवन का नहीं खुला ताला, फिर भी समय-समय पर कराया जाता रहा है मरम्मती कार्य

  • अंचल कार्यालय में ही सारा रिकॉर्ड रखकर कार्य किया जा रहा संचालित

विश्रामपुर (पलामू )

नावाबाजार अंचल स्थित हल्का 3 का तहसील राजस्व कचहरी भवन क्षेत्र के ग्रामीणों के बीच शोभायमान बनकर रह गया है। जिला प्रशासन की ओर से लाखों रुपए की लागत से बनाया गया तहसील राजस्व कचहरी भवन बेकार साबित हो रहा है। 10 साल पूर्व बने इस तहसील भवन में राजस्व कर्मचारी के नहीं आने से यहां सदैव ताला लटका रहता है। जिससे इस हल्का क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रतियोगी व स्कूली छात्र छात्राएं जो जाति, आय, ईडब्ल्यूएस व आवासीय प्रमाण पत्र आदि कार्यों के लिए अंचल कार्यालय तो कभी उनके मेदिनीनगर स्थित आवास का चक्कर लगाते लगाते परेशान हो रहे हैं। लेकिन कर्मचारी का दर्शन करना दुर्लभ हो जाता है।

विदित हो कि 22 जुलाई 2014 को नावा बाजार अंचल क्षेत्र के हल्का तीन बसना गांव में राजस्व कर्मचारी भवन का उद्घाटन फीता काटकर तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी मुकेश बाउरी के द्वारा किया गया था। इसके बाद लोगों को लगा कि अब उन्हें छोटी मोटी कार्यों को लेकर अंचल कार्यालय की दौड़ लगाने नहीं पड़ेगे। राजस्व कर्मचारी राजस्व कर्मचारी भवन में बैठकर कार्यों को संपादित करेंगे। लेकिन 10 वर्ष बीतने के बाद भी आज तक कोई भी राजस्व कर्मचारी यहां बैठना मुनासिब नहीं समझे। विवश होकर गांव के गरीब लोग अपनी जरूरतों को लेकर नावा बाजार अंचल कार्यालय की दौड़ लगा रहे हैं। ऐसा भी नहीं कि वहां जाने से उन्हें राजस्व कर्मचारी से मुलाकात हो हीं जाए और उनकी जरुरतें भी पूरी हो। अंचल क्षेत्र में बिचौलिए सक्रिय हैं। जो जरूरतमंद से मोटी राशि की वसूली कर जिम्मेवार लोगों तक पहुंचा रहे हैं। कुछ इसमें सफल हो जा रहे तो कुछ बिचौलियों के माध्यम ठगे भी जा रहे हैं। अंचल कार्यालय में किसी भी तरह का आवेदन किए जाने पर उसे नजर अंदाज कर दिया जाता है। पिछले दिनों ब्रहमोरिया गांव निवासी सच्चिदानंद पांडेय के द्वारा अंचल कार्यालय में सरकारी बंद काटे जाने की जांच व कार्रवाई को लेकर आवेदन किया गया। लेकिन एक माह बितने के बाद भी उसकी जांच व काटने के जिम्मेवार लोगों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। इस संबंध में बुधवार को बसना हल्का 3 से एक सौ से ज्यादा लोगों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन पलामू उपायुक्त को दिया जाएगा। साथ ही राजस्व कर्मचारी को नियमित तहसील भवन में बैठने को लेकर निर्देशित करने किए जाने को आग्रह भी किया जाएगा। ताकि समय से कार्य संपादित हो।

बाक्स : तहसील भवन का एक दिन भी नहीं खुला तालाब फिर भी समय-समय पर कराया जाता रहा मरम्मती का कार्य

बसना हल्का 3 तहसील राजस्व कचहरी भवन का ताला आज तक नहीं खोला गया। 10 वर्षों में एक दिन भी कोई राजस्व कर्मचारी यहां बैठता मुनासिब नहीं समझते। बावजूद समय-समय पर लाखों रुपए खर्च कर भवन का मरमती कार्य भी कराया जा रहा है। 1 वर्ष पूर्व ही लगभग 12 लख रुपए भवन की मरम्मती कार्य पर खर्च किया गया है। ‌ लोगों की माने तो 2014 में भवन निर्माण कार्य पर 9 लाख रुपए खर्च किए गए थे। 10 साल बाद भवन की मरम्मती के लिए 12 लाख रुपए की एक बड़ी राशि खर्च किया गया। भवन में सुविधा अनुकूल सारी व्यवस्था होने के बावजूद भी यहां कोई बैठना नहीं चाहता। राजस्व कर्मचारी को वहां नहीं बैठने के कारण भवन की उपयोगिता का कोई मतलब नहीं रह जाता। हल्का क्षेत्र के पांच दर्जन से अधिक आवेदन म्यूटेशन, ऑनलाइन, रसीद काटने आदि को लेकर पेंडिंग पड़ा है।

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