रांची: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में आयोजित एक मीटिंग में डीएसडब्लयू डॉ अब्बास ने धर्म विरोधी बयान बाजी की. जिसमें कहा कि विवि की बर्बादी का कारण भूमिहार, राजपूत व ब्राह्मण जाति के छात्र हैं. जिसे लेकर सोमवार को हिंदू छात्रसंघ ने धर्मविरोधी बयानबाजी के खिलाफ जोरदार धरना प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना है कि विवि के डीएसडब्ल्यू (डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर) द्वारा की गई कथित धर्मविरोधी टिप्पणी ने उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. जबकि, जिस मीटिंग में डॉ अब्बास ने बयान दिया, उस दौरान विवि प्रशासन के कई बड़े अधिकारी भी मौजूद थे. वहीं, हिन्दू छात्र संघ के कार्यकर्ताओं ने बताया कि हमारे डीएसडब्ल्यू द्वारा की गई टिप्पणी न केवल अनुचित थी, बल्कि उन्होंने हमारे धार्मिक विश्वासों का अपमान किया है. साथ ही, विवि में जाति का नाम लेते छात्रों के बीच द्वेष की भावना उत्पन्न करने की कोशिश की है. हम चाहते हैं कि विवि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे. धरना प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में छात्र जुटे और नारेबाजी की. छात्रों ने मांग की कि डीएसडब्ल्यू को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए और इस मामले की निष्पक्ष जांच हो. बता दें कि, विवि प्रशासन ने छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए त्वरित कार्रवाई की और डीएसडब्ल्यू को सस्पेंड कर दिया. विवि प्रशासन ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
