हरिहरगंज (पलामू ):
आद्रा नक्षत्र खेती किसानी के लिए अति महत्वपूर्ण और झमाझम बारिश के लिए माना जाता है। किंतु इस नक्षत्र के आठ दिन बीतने के बाद भी प्रखंड क्षेत्र में बारिश नहीं होना किसानों को परेशान कर रहा है। किसान अबतक धान, मक्का सहित अन्य खरीफ फसलों की खेती शुरू कर देते थे लेकिन मौसम के मिजाज से किसान सहमे हैं। मानसून का मिजाज बदला -बदला सा है। किसान आसमान की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। कभी बादल छा भी रहा है तो घंटे दो घंटे में फिर से वही कहर बरपाने वाली तीखी गर्मी और उमस का अहसास होने लगता है। जिस खेतों में अभी नमी होनी चाहिए वहां धूल उड़ रही है। किसान अरविंद पाण्डेय,दीपक सिंह,धनेश सिंह, अवधेश राम, कैलाश राम , प्रदीप सिंह, रामाशीष पासवान,सहित कई किसानों ने बताया कि आद्रा नक्षत्र में पर्याप्त बारिश होने से जलस्त्रोतों में पानी जमा हो जाता था तथा भू-गर्भ जलस्तर में वृद्धि होती थी । जिससे खेती का कार्य आसान हो जाता था । वर्षा में और देरी हुई तो जहां समय से धान के बिचड़े तैयार नहीं हो पाएंगे वहीं मक्का व दलहन की बुआई का कार्य प्रभावित हो सकती है ।