बरवाडीह के बेलवाही डैम जीर्णोद्वार के नाम पर खानापूर्ति

लातेहार (लातेहार )

बरवाडीह प्रखंड के बेलवाही डैम का जीर्णोद्वार कार्य लघु सिंचाई योजना के तहत संबंधित कनीय अभियंता की देखरेख में किया जा रहा है। जहां योजना स्थल पर योजना से संबंधित शिलापट्ट नहीं देखा गया।
योजना कार्य की लागत लगभग 33 लाख रुपए है जो रनिंग अवधि में है फिर भी माने तो सत्तर फीसदी कार्य पूर्ण कर लिया गया है ग्रामीणों के द्वारा कार्य स्थल के मुआयना से साफ दिखाई दे रहा है कि जिर्णोद्धार कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है। जहां डैम से मिट्टी उठाव का अनुमानित मूल्यांकन महज दो से तीन लाख राशि का है जो मिट्टी उठाव कर बांध ड्रेसिंग किया गया है। सुत्रों की मानें तो बांध ड्रेसिंग के लिए सबसे पहले पुरे बांध को जेसीबी मशीन से खोदा गया झाड़ी साफ करने के नाम पर फिर डैम के बाहर हजार मीटर की दूरी से कुछ मिट्टी उठाकर बांध पर डालकर ड्रेसिंग किया गया है।वहीं योजना कार्य में आउट लेट तो बना दिया गया है पर ग्रामीण की मानें तो उधर से पानी का निकास कभी भी नहीं हुआ है क्योंकि डैम में पानी आने वाला कहीं नहीं है डैम के दो तरफ उपरी भाग ऊंचाई पर स्थित है । जहां उपयोगिता की बात करें तो डैम के तीन तरफ वन विभाग की भूमि रिजर्व है और डैम के निचले हिस्से में दो से चार हेक्टेयर सिंचित भूमि का क्षेत्रफल नजर आता है जो योजना की उपयोगिता पर सवाल खड़ा करता है । माना जाता है कि योजना क्रियान्वित करने की योजना बनाने वाले कर्मचारी व अधिकारी बिना उपयोगी स्थल चयनित करने को लेकर आश्वाथ्य रहते हैं कि भ्रष्टाचार करने का बेहतरीन मौका बनता है। यही वजह है कि योजना कार्य रनिंग अवधि में रहने से संबंधित कर्मियों का मनोबल बढ़ा रहता है कि वर्तमान में कोई सवाल खड़ा न हो पर क्रियान्वित योजना के संवेदक व विभाग के कर्मियों को पता है कि एक बार जमकर बारिश हो जाए तो बात बन जाए। आगे देखना है कि वरीय अधिकारी की नजर डैम जीर्णोद्वार कार्य में खानापूर्ति पर पड़ती है या फिर दरकिनार किया जा रहा है।

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