पंचायत के लिए कुल 57 जलमीनार स्वीकृत,45 का हुआ अधिष्ठापान,मात्र 24 ही दे रहा पानी,21 हुए बेकार
करोड़ों खर्च के बावजूद भी पंचायतवासी रह गए प्यासे,ग्रामीणों ने एजेंसी पर की कार्रवाई की मांग
विश्रामपुर (पलामू) :
विश्रामपुर प्रखंड के बघमनवा पंचायत में जल नल योजना के तहत जल मीनार अधिष्ठापन में व्यापक अनियमितता बरती जा रही है.प्राकलन की अनदेखी करते हुए मनमाने तरीके से कार्य कराया जा रहा है.वोरिंग 300 फिट के बजाए 90 फिट से 150 फिट तक ही किया गया है.फटा पुराना और गुणवताविहीन पाइप लगाया गया है.इतना ही नहीं पानी चढ़ाने वाला मोटर भी निम्न से निम्नतर कंपनी का लगाया गया है.जिसके कारण अधिष्ठापन के तीन माह के अंदर ही लगभग आधे जल मीनार मृतप्राय हो गया.करोड़ों खर्च के बावजूद भी पंचायतवासी पानी के लिए तरस रहे हैं.
बघमनवा पंचायत में पीएचडी विभाग द्वारा कुल 57 जल मीनार स्वीकृत हुए हैं.जिसमे से तीन बड़े जल मीनार हैं.जिनकी लागत प्रति जल मीनार 24 लाख 76 हजार है.वहीं 30 मध्यम साइज का है,जिनकी लागत प्रति जल मीनार दस लाख से भी ज्यादा है.जबकि 24 की लागत प्रति जल मीनार छः से सात लाख रुपए तक है.जल मीनार अधिष्ठापन का कार्य मेसर्स विकास कुमार नामक एजेंसी को दिया गया है.मेसर्स विकास कुमार द्वारा पंचायत में अभी तक लगभग 45 जल मीनार का अधिष्ठापन किया गया है.जिसमे से 21 जल मीनार मृतप्राय भी हो चुका है.बाकी 24 भी दम तोड़ने के ही कगार पर है.रुक रुक कर घंटा दो घंटा ही पानी दे पा रहा है.पंचायत समिति सदस्य प्रीति देवी ने कहा कि नल जल योजना बघमनवा पंचायत में भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया.लगभग सभी जल मीनार सिर्फ अस्तित्व का बोध करा रहा है.उन्होंने कार्य एजेंसी पर कार्रवाई की मांग की है.पीएचडी विभाग के कनीय अभियंता कुणाल कुमार ने इस बाबत पूछने पर कहा कि स्थलीय निरीक्षण के बाद अग्रतर कार्रवाई की जायेगी.