मोनू मिश्रा हत्याकांड का पंद्रह दिनों बाद भी नहीं हुआ उद्भेदन, नामजद हत्यारोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर

  • बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी हेतु पिता ने मुख्यमंत्री व डीजीपी से की मुलाकात, न्याय की लगाई गुहार विश्रामपुर (पलामू)

विश्रामपुर थाना स्थित नावाडीह कला ओपी क्षेत्र के छिपादोहर गांव निवासी मोनू मिश्रा के अपहरण व हत्याकांड का उद्भेदन नरकंकाल बरामद होने के पंद्रह दिनों बाद भी नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं सभी नामजद हत्यारोपी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस सिर्फ हवा में लाठियां भांज रही है। इधर मृतक मोनू मिश्रा के पिता चंद्रशेखर मिश्रा अपने भाई बीजेएमसी जिलाध्यक्ष ऋतुराज मिश्रा के साथ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन व डीजीपी अजय कुमार सिंह ने रांची कार्यालय जाकर मुलाकात की।‌ चंद्रशेखर मिश्रा ने डीजीपी को अपनी व्यथा सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई। डीजीपी अजय कुमार सिंह ने श्री मिश्रा को आश्वस्त किया कि इस संबंध में आईजी और पलामू एसपी को जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाएगा।
विदित हो कि छिपादोहर निवासी चंद्रशेखर मिश्रा का 25 वर्षीय पुत्र मोनू मिश्रा पिछले दस मई से लापता था। जिसका नरकंकाल 27 मई को महुआखला पचघारा जंगल से बरामद हुआ था।

बाक्स : बेटे की बरामदगी हेतु पिता पुलिस के पास लगाते रहे गुहार

अपहरण के बाद से मोनू के पिता चंद्रशेखर मिश्रा अपने बेटे के बरामदगी हेतु प्रत्येक दिन पुलिस के पास जाकर गुहार लगाते रहे। इस दौरान चंद्रशेखर मिश्रा नावाडीह कला ओपी व विश्रामपुर थाना का प्रति दिन चक्कर लगाते रहे।‌ नावाडीह कला ओपी और विश्रामपुर पुलिस से मायूस होने के बाद श्री मिश्रा पुलिस निरीक्षक से भी मिलकर अपनी व्यथा सुनाई। इसके बाद चंद्रशेखर मिश्रा पलामू एसपी से मिलने उनके कार्यालय भी गए,लेकिन चुनावी कार्य से मुख्यालय से बाहर होने के कारण श्री मिश्रा की मुलाकात एसपी से नहीं हो पाई।‌तब उन्होंने अपना आवेदन एसपी कार्यालय में जमा करा दिया था। इसके बावजूद भी मामले का न तो आज तक उद्भेदन हुआ और न ही कोई नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।

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