रैयत किसानों ने कहा जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे
हरिहरगंज (पलामू ):
हरिहरगंज प्रखंड के कूलहिया पंचायत अंतर्गत बटऊवा मौजा की लगभग 150 एकड़ जमीन पर लगभग 200 वर्षों से काबिज सेमरवार, खड़गपुर, बिजनीवार, ढाब कला, ढाब खुर्द, जहाना गांव के करीब 500 पुश्तैनी खतीयानी रैयत किसान काबिज हैं । उक्त जमीन का मालगुजारी भी सरकार को राजस्व के रूप में देते आए हैं । जमीन पर टाटा कंपनी के द्वारा फर्जी तरीके से तेंदुआ गांव के कुछ लोगों से जमीन की खरीदारी कर सिविल कोर्ट के माध्यम से उक्त गांव के रैयत के नाम पोस्ट ऑफिस के माध्यम से नोटिस देखकर 7 जून 2024 तक अपना पक्ष रखने की बात कही गयी है । जबकि ऊपर वर्णित गांव के रैयत को 9 जून को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से नोटिस दिया गया है । जिससे यह साबित होता है की बड़ी कंपनी टाटा के द्वारा गरीब किसान रैयतों की जमीन को गलत तरीके से पदाधिकारी व कर्मी की मिली भगत से हड़पने का प्रयास किया जा रहा है । समस्या से रैयतों किसानों ने रविवार को सेमरवार पंचायत के मुखिया जितेंद्र पासवान को अवगत कराया । मुखिया जितेंद्र पासवान ने जानकारी देते हुए कहा कि टाटा कंपनी गलत तरीके से षड्यंत्र रचकर गरीब किसान रैयतों की पुश्तैनी जमीन को हड़पना चाहती है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । हरिहरगंज पोस्ट ऑफिस में कार्यरत सेमरवार केंद्र के एबीपीएम मृदुल कुमार से पूछे जाने पर कहा कि जिला मुख्यालय पोस्ट ऑफिस से ही नोटिस 8 जून को दिया गया है । जिस कारण 9 जून को रैयत किसानों में वितरण कर रहे हैं । मौके पर मौजूद किसान जनेश्वर भुईयां, राणा पासवान, जगदीश पासवान, कईल भुईयां, विरेंद्र मेहता, अर्जुन गुप्ता, विनोद पासवान आदि रैयत किसानों ने कहा कि जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे । इस जमीन पर खेती-बाड़ी तो करते ही हैं साथ ही बाप दादाओ की निशानी भी है जिसे मिटने नहीं देंगे । किसानों ने कहा कि सिविल कोर्ट में पक्ष रखने का समय अवधि नोटिस मिलने के एक माह तक मिलना चाहिए । नहीं तो इसके लिए आंदोलन करने को मजबूर होंगे । मौके पर लल्लू भुईयां ,जगदीश पासवान, रामप्रवेश भुईयां, नंदकिशोर पासवान, राजू भुईयां ,रमाशंकर महतो, श्रवण मिस्त्री, उपेंद्र मिस्त्री, देवा मिस्त्री सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे ।

