मनिका (लातेहार)
भीषण गर्मी ने देश में त्राहिमाम कर दिया है। पारा हर दिन नए नए रिकॉर्ड पार कर रहा है। बढ़ती गर्मी इंसान तो इंसान पशु-पक्षी भी बेहाल है। ज्ञात हो कि मनिका प्रखंड के राकीकला पंचायत के कोइली गांव में बीते दो-तीन दिनों में हजारों से अधिक चमगादड़ के मौत का मामला प्रकाश में आया है। चमगादड़ों की मौत से हर कोई परेशान है। घटना कि सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम एवं मनिका पशुपालन चिकित्सा कोइली गांव पहुंचे। जहां पर पशुपालन के द्वारा मरे हुए चमगादड़ों का सैंपल लिया गया। ताकि चमगादड़ की मौत का कारण लगाया जा सके।
गौरतलब है की कोइली गांव में देवस्थल चमगादड़ों की संख्या हजारों से ज्यादा की संख्या में थी। परंतु बीते दो-तीन दिन में सारे चमगादड़ों का मौत हो गया। कई पेड़ों पर लटके हुए चमगादड़ की मौत हुई है। चमगादड़ रात के शिकार के लिए निकलते हैं और फिर दिन में हर पेड़ के डालियों में लटके रहती हैं। तेज धूप के कारण कई चमगादड़ों की मौत हो चुकी। प्रतिदिन सैकड़ो चमगादड़ इन पेड़ों के नीचे लटकती नजर आ रहे हैं। हालांकि 29 मई से 2 जून तक हाई अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार दो-चार दिनों तक यह स्थिति बने रहने की संभावना है। साथ ही लोगों को गर्मी से सतर्क रहने की सलाह देते हुए कई सुझाव दिए गए हैं। इधर गर्मी का असर यह है कि यहां स्थानीय नदी तालाब लगभग सूख चुके हैं जंगली एवं पालतू पशु पक्षी को जल के लिए इधर-उधर भटकते देखा जा रहा है। भीषण गर्मी के कारण चमगादड़ों की मौत होने का एक कारण माना जा रहा है।