मुआवजा को लेकर रैयतों के साथ की गई बैठक

सतबरवा (पलामू)

सतबरवा ब्लॉक सभागार में मंगलवार को पदाधिकारियों ने बीस गांव के रैयतों के साथ बैठक की। जिसमें मुआवजा को लेकर चर्चा की गई।
इस मौके पर बकोरिया निवासी पीतांबर कुमार यादव ने कहा कि हम लोगों को यह मंजुर नहीं है कि इतनी सस्ती दर पर जमीन का मुवावजा मिले यह सरासर अन्याय है। और उन्होंने कहा जो जमीन का मोटेशन नहीं हुआ है उसका मुआवजा कैसे होगा रेट संबंध में बतायें कि एक डिसमिल का रेट एक लाख रुपए होना चाहिए।
तुमबागड़ा निवासी सुभाष चंद्र बोस ने कहा कि नियम संगत कोई सूचना हम लोगों को नहीं दिया गया है ,ना दर का निर्धारण किया गया है। एन एच ए आई के कर्मचारी मनमाने तरीके से एलपीसी बनाने का दबाव डाल रहे हैं क्या यह सही है। डिड के हिसाब से मुआवजा मिले। हर कुछ पारदर्शी हो
ठेमा निवासी संजय यादव ने कहा कि जिस जमीन पर थाना, ब्लॉक, कस्तूरबा विद्यालय, ट्रेनिंग कॉलेज बना हो उस जमीन का रेट क्या 5700 होना चाहिए यह कहां का रेट है। सर हम लोगों को छल्ला जा रहा है।
तुंबागाड़ा निवासी धीरज प्रसाद ने कहा कि पहले मापी हुआ था तो खुट गड़ी अलग हुआ । फिर मापी हुआ तो खुट गड़ी फिर से अलग तरीका से किया जा रहा है। यह क्या हो रहा है। बार-बार जगह बदलकर खुट गड़ी किया जा रहा है । और जमीन पर कुआं, चापाकल ,घर हो उसको उसी तरह का मुआवजा मिले।
संत कुमार मेहता पिपरा कला निवासी ने कहा सरकार की दिशा निर्देश का पालन नहीं हो रहा है 5800 का दर कोई दर नहीं है। इतना तो हम लोग जमीन पर खर्च हो जाता है।

मोहम्मद नजीर हुसैन ने कहा कि नावाडीह में मेरा 16 डी0 जमीन का मोटेशन नहीं हुआ है डीड सही है ।उसका मोटेशन कर मुआवजा दिया जाए।
खाॅम्डीह निवासी जगन्नाथ लाल ने कहा कि मेरा घर में ही व्यवसाय हैं । टेंट का भी काम होता है ।और हमें कृषि कार्य योग्य जमीन दिया जा रहा है क्या यह सही है।
रजडेरवा निवासी सुरेश मेहता ने कहा कि सिर्फ जमीन का पैसा मिल रहा है और घर का बाद में मिलेगा हम लोगों को पैसा एक बार मिले ।
तुम्बागाड़ा निवासी रूपेश कुमार ने कहा की खतियान में जिसका नाम है उसी को नोटिस मिल रहा है। जबकि उस जमीन का रसीद मेरे वाइफ के नाम से कट रहा है। मुआवजा हमें कैसे मिलेगा।
सहायक आयुक्त पदाधिकारी। ने बताया कि आप लोगों का मुआवजा कानून के हिसाब से मिलेगा। जो हर जगह रोड बन रहा है और हर जगह सिस्टम से ही काम हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार ही आप लोगों को मुआवजा दिया जा रहा है फिर भी आप लोगों को अगर कोई आपत्ति हो तो मेरा कार्यालय आप लोग के लिए हमेशा खुला है। अभी मुआवजा लेकर आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं । मैं 3 महीने के अंदर में उसका निराकरण करूंगा लेकीन साथ में पुर्ण साक्ष्य होना चाहिए। मुआवजा देने में रोड बनाने वाला ठेकेदार का कहीं भी कोई भूमिका नहीं है। अगर इन लोग पैसा दिलाने की बात करते हैं तो यह गलत है। जो सिस्टम बना हुआ है । उसी के तहत आपका अकाउंट में पैसा आएगा।
बैठक में उपस्थित अनुमंडल पदाधिकारी अनुराग तिवारी ने रैयतों को धैर्य रखने की बात करते हुए बताएं कि सभी समस्या का समाधान होगा। जिसका डिड पहले हुआ है उसका मोटेशन तुरंत होगा और मुआवजा मिलेगा। जब एलपीसी बनेगा तो खतियान किसी का भी हो जिसके नाम से रसीद कट रहा है। और जिसके कब्जे में जमीन हो मुआवजा उसी को मिलेगा। इस मौके पर भू -अर्जन पदाधिकारी कामदेनु टुडू, कृष्ण मुरारी तिर्की के साथ रैयत आशीष कुमार सिन्हा,धीरज प्रसाद, शंभू उरांव, भोला मेहता, प्रदीप प्रसाद समेत सैकड़ों रैयत उपस्थित थे।

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