मेदिनीनगर (पलामू)
गुरुवार को पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया। हालांकि वह एक खूंखार नक्सली था, बावजूद उसके सीने में प्यार से लबरेज एक दिल था जो अपनी प्रेमिका के लिए धड़कता था। जल्द ही वह अपनी प्रेमिका से शादी भी करने वाला था। उसने अपनी प्रेमिका से एक साल का समय मांगा था। इसका खुलासा हुआ है बुधराम के पास से बरामद हुए पत्र से। लेकिन इससे पहले कि उसकी लिखी ये बातें उसकी प्रेमिका तक पहुंच पाती, वो मारा गया।
अब ये चिट्ठियां प्रेमिका तक तो नहीं पहुंची अब यह चिट्ठी पुलिस के पास है और उसकी अधूरी प्रेम कहानी दुनिया के सामने है। बुधराम और उसकी प्रेमिका एक साल बाद शादी करने वाले थें।
लेकिन कहा जाता है न कि बुरे कर्मों का नतीजा भी बुरा ही होता है। हालांकि पत्र के कुछ पन्ने ही पुलिस के हाथ लगे, बाकी पन्ने जंगल में कहीं गुम हो गएं। मुठभेड़ में मारा गया 25 वर्षीय बुधराम मुंडा खूंटी के अड़की थाना क्षेत्र के चारिसुद हेम्ब्रम गांव निवासी आशिम मुंडा की संतान था।
पुलिस सूत्रों की माने तो बुधराम गांव की ही एक लड़की से प्यार करता था। नक्सली संगठन में शामिल होने के पहले से ही उसे लड़की से प्यार था। लेकिन कुछ कारणों से वह माओवाद की ओर बढ़ा और धीरे-धीरे अमित मुंडा और बाद में इनामी नक्सली प्रभात मुंडा से जुड़ गया। पिछले सात साल से वह इलाके में नक्सली वारदातों को बेधड़क अंजाम देता रहा। एक साल पहले ही उसे इलाके का एरिया कमांडर बनाया था।
गौरतलब है कि गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी अमित मुंडा उर्फ लंबू, प्रभात मुंडा उर्फ मुखिया अपने दस्ते के सदस्यों के साथ खूंटी से सटे घने जंगलों को अपना ठिकाना बनाकर वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। जिसके आलोक में कार्रवाई करते हुए गुरुवार दोपहर कोबरा 209, खूंटी और चाईबासा जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में नक्सली बुधराम मुंडा मारा गया।

