11 ब्राह्मणपुत्र का वैदिक रीति रिवाज से किया गया यज्ञोपवीत संस्कार
विश्रामपुर (पलामू )
विश्रामपुर प्रखंड के अटरिया गांव में आयोजित सात दिवसीय श्री रुद महायज्ञ के छठे दिन शुक्रवार को सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्रीरुद्र महायज्ञ यज्ञाचार्य श्री श्री 1008 स्वामी श्री उदय नारायणाचार्य श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के नेतृत्व में संपन्न हो रहा है। जहां प्रत्येक दिन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञशाला में आमंत्रित देवी देवताओं की पूजा अर्चना की जा रही है। नवनिर्मित शिव मंदिर में भगवान शंकर पार्वती की प्रतिमा सहित शिवलिंग स्थापित किया गया।
वहीं छठे दिन सामुहिक यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां 11 ब्राह्मणपुत्र का यज्ञोपवीत यानी जनेऊ कराया गया। इसके लिए वैदिक रीति रिवाज के साथ हल्दी रश्म, परिक्षण, मुंडन आदि कार्यक्रम करते हुए यज्ञशाला मंडप में कार्यक्रम संपन्न हुआ। यज्ञ के सातवें दिन यानी शनिवार को हवन पूजन के साथ यज्ञ संपन्न होगा।
विदित हो कि रविवार को जलयात्रा के साथ सात दिवसीय यज्ञ की शुरुआत की गई थी। जहां प्रत्येक दिन प्रातः व दिवस काल में यज्ञाचार्य के साथ विद्वान पंडितों के द्वारा वेद मंत्रों के साथ पूजन कार्यक्रम होता रहा है। वहीं दोपहर तीन बजे से देर रात तक प्रख्यात अलग-अलग क्षेत्रों से पधारे विद्वान प्रवचन कर्ताओं के द्वारा कथा वाचन किया जा रहा है। वहीं यज्ञ में अयोध्या से आमंत्रित मुख्य प्रवचन कर्ता मानस विदुषी देवी चंद्रकला व जगतगुरु लक्ष्मणाचार्य के द्वारा प्रत्येक दिन कथा वाचन हो रहा है। श्रीरुद्र महायज्ञ को सफल बनाने में यज्ञाचार्य श्री श्री 1008 स्वामी श्री उदय नारायणाचार्य श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज सहित यज्ञ समिति के अध्यक्ष देव नारायण तिवारी, यज्ञ संरक्षक रजनीश रंजन दुबे उर्फ विकास दुबे, कन्हैया तिवारी, सुनील तिवारी, जितेन्द्र तिवारी, नवीन रंजन तिवारी, दिलिप तिवारी, राहुल तिवारी, अमित तिवारी, अशोक तिवारी सहित अटरिया गांव व आसपास के लोगों की महत्वपूर्ण योगदान रहा है