- श्री रूद्र महायज्ञ के साथ अटरिया गांव में नवनिर्मित शिव मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा
विश्रामपुर, (पलामू) :
अटरिया गांव में आयोजित पांच दिवसीय श्री रुद महायज्ञ को लेकर रविवार को भव्य जलयात्रा निकाली गई। बाजेगाजे के साथ निकली विशाल जलयात्रा में अटरिया गांव सहित आस-पास के गांवों के दर्जनों गांवों से बच्चे, युवक, कन्याए व वृद्ध सैकड़ों श्रद्धालु की टोली शामिल हुए। श्रीमन्नारायण नारायण, लक्ष्मी नारायण नारायण सहित जय श्री राम नाम के उदघोष से क्षेत्र भक्ति की धारा प्रवाहित हो उठी। सैकड़ों श्रद्धालु महिला पुरुष कलश के साथ कतारबद्ध होकर नंगे पांव पैदल लगभग छह किलोमीटर चलकर तोलरा गांव के आराध्य देव स्थल शोखा बाबा परिसर पहुंचे। जहां पूजन करते हुए कोयल नदी पहुंच वैदिक मंत्रों चारण के साथ जल भरकर श्रद्धालु वापस अटरिया गांव स्थित यज्ञस्थल पर पहुंचे। जहां कलश को स्थापित किया गया। जुलुस में झंडे -पताकों के साथ युवावर्ग के जय श्रीमन नारायण के लगातार उदघोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। जुलूस में यज्ञाचार्य यज्ञाचार्य श्री श्री 1008 स्वामी श्री उदय नारायणाचार्य श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज सहित यज्ञ में पूजन कार्यक्रम संपन्न कराने पहुंचे आचार्यो व यज्ञ संपन्न कराने पहुंचे विद्वान पंडितों ने कलश पूजन का विधि -विधान संपन्न कराया। इस प्रारंभिक धार्मिक अनुष्ठान के उपरांत सोमवार को ध्वजापूजन व मुख्य यज्ञकुंड में अग्निप्रवेश के साथ पांच दिवसीय रुद्र महायज्ञ जारी रहेगा। इस दौरान प्रातः व दिवस काल में यज्ञाचार्य के साथ विद्वान पंडितों के द्वारा वेद मंत्र पूजन कार्यक्रम होगा। वहीं दोपहर तीन बजे से देर रात तक प्रख्यात अलग-अलग क्षेत्रों से पधारे विद्वान प्रवचन कर्ताओं के द्वारा कथा वाचन किया जाएगा। वहीं यज्ञ में अयोध्या से आमंत्रित मुख्य प्रवचन कर्ता मानस विदुषी देवी चंद्रकला के द्वारा कथा वाचन होगा।
इधर तोलरा गांव स्थित कोयल नदी में क्लश में जल भरने पहुंचे श्रद्धालुओं का स्थानीय लोगों के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। गांव के लोगों की ओर से ठंडा पानी , शर्बत, फल आदि की व्यवस्था की गई थी। साथ हीं श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े तोलरा गांव के दर्जनों युवा , व्यस्क महिला पुरूष लगे हुए थे। तोलरा गांव के लोगों का कहना था कि अटरिया गांव के लोग उनके अपने गोत्र परिवार से आते हैं जो वर्षों पूर्व गांव से वहां चले गए थे। जलयात्रा के क्रम में गांव के आराध्य देव शोखा बाबा का दर्शन पूजन व कलश में जल भरने गांव पहुंचे हैं। ऐसे में एक हीं परिवार के होने के कारण स्वागत किया गया।
जलयात्रा में शामिल हुई घुड़सवारों की टोली
अटरिया गांव में आयेाजित श्री रुद्र महायज्ञ को निकली कलश शोभा यात्रा में घुड़ सवार श्रऋालुओ की टोली भी शामिल हुई। जो कलश यात्रा में आकर्षण का केंद्र रहा। यज्ञशाला से तोलरा गांव स्थित कोयल नदी तट तक का आवागमन लगभग की दुरी लगभग छह किमी की थी। इस क्रम में अलग-अलग लोग कलश यात्रा में घुड़सवारी करते रहे।जबकि घोड़े की दौड़ नही थमी। कलश शोभा यात्रा में मांदर की थाप पर जहां संत समाज झुमते-झुमते कोयल तट पर पहुंचा वहीं साधू-संत व श्रद्धालु जयघोष लगाते नदी तट तक का यात्रा पूरा किया।