मेदिनीनगर (पलामू)
डीएवी पब्लिक स्कूल मेदिनीनगर में डीएवी सीएई के तत्वाधान में शुक्रवार को त्रिदिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । यह कार्यक्रम 29 मार्च से प्रारंभ होकर 31 मार्च 2024 को समाप्त होगा । इस कार्यक्रम में डी.ए.वी पब्लिक स्कूल झारखंड क्षेत्र आई के अंतर्गत 6 जिलों के कुल आठ विद्यालयों के शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, जिसमें डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, लातेहार गढ़वा,भवनाथपुर एवं मेदिनी नगर के शिक्षक भाग लेंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ डी.ए.वी की परंपरा अनुसार अतिथियों को वेद मंत्रोच्चार के साथ तिलक लगाकर एवं पुष्प गुच्छ देकरm स्वागत के साथ हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं समस्त विद्यालयों के आगंतुक प्राचार्यों ने गायत्री मंत्र कर के साथ दीप प्रज्वलित किया। डी.ए.वी. गान का समूह गायन भी हुआ।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर के सम्मानित व्यवसायी एम.के.डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल डालटेनगंज के स्थानीय प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष सह भूमि प्रदाता श्री सतवीर सिंह राजा थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यादान सर्वोत्तम दान है । आप सभी इस पुनीत कार्य में लगे हैं, किंतु आज बदलते समय के साथ अनेक चुनौतियां भी खड़ी हैं जिन्हें पार करने हेतु इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक हैं । मैं आप सभी को शुभकामना देता हूं।
डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल झारखंड क्षेत्र आई के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी सह एम.के.डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल डालटेनगंज के प्राचार्य डॉक्टर जी.एन.खान ने आगंतुक अतिथियों एवं प्रशिक्षणार्थियों का स्वागत किया । उन्होंने अपने उद्बोधन की शुरुआत उपनिषद के मंत्र “असतो मां सद्गमय…… ” से किया। उन्होंने बताया कि बदलते समय में पाठ्यक्रम एवं शिक्षण तकनीकि में तेजी से बदलाव हो रहा है। ऐसे में सी.बी.एस.ई. ने 50 घंटे के शिक्षक – प्रशिक्षण को अनिवार्य किया है। डी.ए.वी सी.ए.ई.एक इकलौती गैर सरकारी संस्था है, जिसे सी.बी.एस.ई ने इस हेतू अधिकृत किया है। उन्होंने प्रशिक्षण की महत्ता को बताते हुए एक लघु कथा के माध्यम से इसे लकड़हारे की कुल्हाड़ी के धार के समान बताया। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि यहां पूर्ण मनोयोग से शिक्षण तकनीकि सीखें एवं ईमानदारी पूर्वक कक्षा -कक्ष तक ले जाए, जिससे छात्रों को लाभ पहुंचे। उन्होंने विद्यालय की गतिविधियों एवं योजना की चर्चा करते हुए खेल गतिविधियों पर बल देने की बात कहीं । इस वर्ष के राष्ट्रीय स्तर पर विजेता छात्रों को डी.ए.वी प्रबंधन कर्तृ समिति नई दिल्ली के प्रधान, आर्य रत्न,पद्मश्री पूनम सूरी जी के कर कमलों द्वारा 5100 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रधान जी सभी विद्यालयों के छात्रों को सभी स्तर के खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने का निर्देश देते हैं। वह माननीय प्रधानमंत्री जी के “खेलो इंडिया ” अभियान में डी.ए.वी की सहभागिता चाहते हैं । आगामी सत्र में नर्सरी क्लासेस शुरू करने की बात भी प्राचार्य महोदय ने बताई । जो नई शिक्षा नीति 2020 में उल्लेखित है। इस विद्यालय की दो शिक्षिकाओं श्रीमती मीनाक्षी करण एवं श्रीमती प्रियंवदा मिश्रा ने इसका प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है ।
आज प्रथम दिवस के सत्र कुछ इस प्रकार निर्धारित हैं ई.ई.डी.पी मीनाक्षी करण,स्ट्रेस मैनेजमेंट चिंसू सिंह , इफेक्टिव कम्युनिकेशन एंड कम्यूनिकेशन बैरियर्स श्रीमती निशा मल्होत्रा, एंगर मैनेजमेंट श्री करण सिंह के द्वारा संपन्न होगा। इसके पश्चात सभी शिक्षक अपने-अपने विषय के निर्धारित कक्षा – कक्ष में विषय से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे जिनके प्रशिक्षक पूर्व निर्धारित हैं।
इस अवसर पर डॉक्टर जी.पी.झा प्राचार्य डीएवी पब्लिक स्कूल लोहरदगा, क्लस्टर हेड झारखंड क्षेत्र आई।
डॉक्टर आर.के.साहू प्राचार्य गुमला , श्री राजेंद्र सचदेवा प्राचार्य भवनाथपुर, श्री ए.के. चौबे प्राचार्य गढ़वा,श्री जी. के. सहाय प्राचार्य लातेहार, श्री आर.के.झा प्रभारी शिक्षक सिमडेगा, श्री अश्विन पात्रा प्रभारी शिक्षक डीएवी पब्लिक स्कूल लोहरदगा उपस्थित थे।